व्यक्ति के जीवन में नैतिक मूल्यों का महत्व
हर व्यक्ति के जीवन में नैतिकता का बहुत महत्व होता है। हमारे जीवन का हर हिस्सा नैतिक मूल्यों से जुड़ा होता है। इससे हमें वस्तुगत ज्ञान प्राप्त होता है। इस शिक्षा से व्यक्ति समाज में आदरणीय बनता है। हमारे समाज और देश में नैतिक मूल्यों को सबसे ज्यादा महत्व दिया जाता है।
अब हमारे जीवन में केवल पदार्थ ही महत्वपूर्ण नहीं हैं। पदार्थो का अध्ययन करना आवश्यक हो गया है। राष्ट्र की भौतिक दशा सुधारने के लिए तो जीवन मूल्यों का उपयोग करके उन्नति की सही राह चुन सकते हैं। जिससे लोगों के बीच फैल रहे भ्रष्टाचार का विकास रुक जाए और हर व्यक्ति ईमानदारी से काम करें।
समाज में मूल्यों में ह्रास होने से हर प्रकार के अपराध दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं, जिसकी वजह से मूल्यविहीन समाज में असंतोष फैल रहा है, और वातावरण खराब हो रहा है। असंतोष बढ़ने से युवक अपराध की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जिससे समाज के समक्ष चुनौतियाँ बढ़ती जा रही हैं। ज्यादातर लोग निकम्मेपन और भ्रष्टाचार के अंधकूप में डूब रहे हैं और उन्हें समाज या देश की कोई परवाह नहीं है। ऐसी विकट परिस्थितियों में आत्ममंथन करना जरूरी है। हमारी शिक्षा प्रणाली तो दोषपूर्ण है ही, परंतु अगर व्यक्ति के मूल्यों में खोट है तो इसमें दोष शिक्षा का नहीं बल्कि इंसान की गलती है। एक दूसरे पर दोषारोपण करने के बजाय इस समस्या का हल खोजना अधिक महत्वपूर्ण है।
अगर शिक्षा व्यवस्था को ठीक करना है तो नैतिक मूल्यों का समावेश बहुत जरूरी है। हर कार्य को सुस्पष्ट नीति के साथ करना चाहिए तभी हर काम सफल होता है। नीति से ही नैतिक शब्द बना है, जिसका अर्थ है सोच समझ के बनाए गए नियम। आज के समय में शिक्षा का मुख्य उद्देश्य होता है जॉब करना पैसा कमाना, और इंसान सिर्फ धन कमाने के उद्देश्य भ्रष्टाचार की गलत राह पकड़ लेता है। हर व्यक्ति को उसके मूल्यों का सही ज्ञान होना चाहिए , जिसका उसको हर परिस्थिति में पालन करना चाहिए।